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एचआईवी के परीक्षणों के प्रकार ?

जब किसी को यह जानना हो कि उसे एचआईवी है या नहीं, तो इसके लिए कई तरह के परीक्षण उपलब्ध हैं। प्रत्येक परीक्षण की अपनी विशिष्टता होती है और यह अलग-अलग समय पर संक्रमण का पता लगा सकता है।

एंटीबॉडी परीक्षण (Antibody Tests)

यह एचआईवी का पता लगाने के लिए सबसे आम परीक्षण है। यह रक्त, लार या मूत्र में एचआईवी से लड़ने के लिए शरीर द्वारा बनाई गई एंटीबॉडी की तलाश करता है। शरीर में वायरस के प्रवेश करने के बाद एंटीबॉडी बनने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं, इस अवधि को “विंडो पीरियड” कहा जाता है। इस अवधि में किया गया परीक्षण गलत नकारात्मक (false negative) परिणाम दे सकता है। ये परीक्षण आमतौर पर क्लीनिक या स्वास्थ्य शिविरों में उपलब्ध होते हैं।

एंटीजन/एंटीबॉडी कॉम्बो परीक्षण (Antigen/Antibody Combination Tests)

यह परीक्षण एचआईवी की एंटीबॉडी के साथ-साथ p24 एंटीजन का भी पता लगाता है। p24 एक प्रोटीन है जो एचआईवी वायरस का हिस्सा है और संक्रमण के शुरुआती दिनों में ही रक्त में मौजूद होता है। इस वजह से, यह परीक्षण केवल एंटीबॉडी परीक्षण की तुलना में संक्रमण का जल्द पता लगा सकता है। यह आमतौर पर एचआईवी जोखिम के 2 से 6 सप्ताह बाद सकारात्मक परिणाम दे सकता है। यह परीक्षण अक्सर प्रयोगशालाओं में किया जाता है और इसकी सटीकता काफी अधिक होती है।

 

न्यूक्लिक एसिड परीक्षण (NAT) (Nucleic Acid Tests)

यह सबसे संवेदनशील और सटीक परीक्षणों में से एक है। यह सीधे वायरस के आनुवंशिक पदार्थ (RNA) का पता लगाता है। यह परीक्षण हाल ही में हुए संक्रमण का पता लगाने में बहुत प्रभावी है, क्योंकि यह जोखिम के केवल 7 से 28 दिनों के भीतर ही सकारात्मक परिणाम दे सकता है। यह आमतौर पर उन स्थितियों में किया जाता है जहाँ व्यक्ति को हाल ही में उच्च जोखिम का सामना करना पड़ा हो या जब अन्य परीक्षणों के परिणाम की पुष्टि करनी हो। यह एक महंगा परीक्षण है और नियमित रूप से उपयोग नहीं किया जाता।

रैपिड परीक्षण (Rapid Tests)

ये परीक्षण बहुत तेजी से परिणाम देते हैं, आमतौर पर 20-30 मिनट के भीतर। ये अक्सर एंटीबॉडी का पता लगाते हैं और घर पर या स्वास्थ्य शिविरों में आसानी से उपयोग किए जा सकते हैं। यदि रैपिड परीक्षण का परिणाम सकारात्मक आता है, तो इसकी पुष्टि के लिए हमेशा एक और अधिक सटीक प्रयोगशाला परीक्षण (जैसे NAT) करवाने की सलाह दी जाती है। यह एक प्रारंभिक जांच (screening) के लिए उपयोगी है लेकिन अंतिम निदान के लिए नहीं।

कुछ महत्वपूर्ण बातें

  • एचआईवी का पता लगाने के लिए कई तरह के परीक्षण होते हैं, और प्रत्येक परीक्षण की अपनी विशेषता और उपयोगिता होती है।
  • कौन सा परीक्षण करवाना है, यह व्यक्ति की स्थिति, जोखिम और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है।
  • यदि कोई परीक्षण सकारात्मक आता है, तो हमेशा उसकी पुष्टि के लिए एक और परीक्षण करवाना चाहिए।

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